हरियाणा में मौसम धीरे-धीरे बदलने लगा है। जहां एक ओर दिन में हल्की गर्मी का एहसास हो रहा है, वहीं सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट देखी जा रही है। यह बदलाव मौसम के बदलते स्वरूप की ओर इशारा करता है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे ठंड का असर और गहरा हो सकता है।
महेंद्रगढ़ में सबसे ठंडा, सिरसा में सबसे गर्म
हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में तापमान में भी भारी अंतर देखने को मिल रहा है। महेंद्रगढ़ में सबसे ठंडी रात दर्ज की गई, जहां न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। वहीं सिरसा में दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के हिसाब से काफी गर्म माना जा रहा है।
इस तापमान के बदलाव से लोग दिन में गर्मी और सुबह-शाम ठंड दोनों का सामना कर रहे हैं। सुबह और शाम के समय लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेने लगे हैं, जबकि दिन के समय हल्के कपड़े पहनना सुविधाजनक लग रहा है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 15 और 16 नवंबर को हरियाणा में हल्की बारिश की संभावना है। खासकर चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में बारिश होने की संभावना अधिक है। यह बारिश ठंड को और बढ़ा सकती है, जिससे दिन और रात के तापमान में और भी गिरावट हो सकती है।
बारिश के साथ-साथ ठंडी हवाएं भी चलने की संभावना है, जो ठंड के असर को बढ़ा सकती हैं। मौसम विभाग ने किसानों को भी सलाह दी है कि वे अपने फसलों को इस मौसम में होने वाले बदलावों से बचाने के लिए उचित प्रबंध करें, ताकि उनकी फसल पर इस बदलते मौसम का असर न पड़े।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का असर
मौसम में बदलाव का यह असर केवल हरियाणा तक सीमित नहीं है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है, जिससे वहां का तापमान तेजी से गिर गया है। हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं हरियाणा और अन्य मैदानी इलाकों में भी महसूस की जा रही हैं।
हिमाचल में हुई इस बर्फबारी का असर हरियाणा के मैदानी इलाकों में भी दिखाई दे रहा है, जहां सुबह-शाम की ठंड में तेजी से वृद्धि हो रही है। आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ सकता है, क्योंकि हिमाचल और उत्तराखंड में भी बर्फबारी जारी रहने की संभावना है।
ठंड से बचने के लिए लोग कर रहे हैं तैयारियां
हरियाणा में जैसे ही ठंड ने दस्तक दी है, लोगों ने गर्म कपड़ों का उपयोग शुरू कर दिया है। सुबह और शाम के समय स्वेटर और जैकेट पहनकर लोग बाहर निकल रहे हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखा जा रहा है, क्योंकि ठंड का असर उन पर जल्दी पड़ता है।
साथ ही, घरों में भी लोग गर्म पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ठंड के कारण सुबह-सुबह घरों में हीटर और ब्लोअर चलाए जाने लगे हैं। विशेष रूप से स्कूल जाने वाले बच्चे और दफ्तर जाने वाले लोग ठंड से बचने के लिए पहले से तैयार रह रहे हैं।
किसानों के लिए मौसम का विशेष महत्व
हरियाणा के किसानों के लिए यह मौसम बदलाव अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय रबी की फसलें जैसे गेहूं, सरसों आदि बोई जाती हैं। मौसम में बदलाव का सीधा असर इन फसलों पर पड़ सकता है। अगर 15 और 16 नवंबर को बारिश होती है, तो इससे फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने फसलों को सुरक्षित रखने के लिए उचित उपाय करें। बारिश और ठंड की वजह से फसलों में रोग और कीटों का प्रकोप भी बढ़ सकता है। इसलिए किसानों को फसलों पर विशेष ध्यान देना होगा।
आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने के आसार
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। जैसे-जैसे नवंबर का महीना आगे बढ़ेगा, तापमान में और गिरावट आएगी। हरियाणा के लोगों को सलाह दी गई है कि वे ठंड से बचाव के सभी उपाय करें। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को इस बदलते मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
हरियाणा में अब लोग सर्दियों के लिए पहले से ही तैयारियां कर रहे हैं। बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है और लोग हीटर व ब्लोअर जैसी चीजों की खरीदारी भी कर रहे हैं।
ठंड के साथ त्योहारों का आनंद
हरियाणा में नवंबर का महीना त्योहारों का भी समय होता है। ठंड के मौसम में लोग गुरुपर्व जैसे धार्मिक त्योहारों को भी मनाएंगे। ऐसे में ठंड के बीच त्योहारों का आनंद उठाना भी अपने आप में एक अलग अनुभव होगा। गुरुपर्व के अवसर पर लोग गुरुद्वारों में एकत्रित होकर सेवा कार्य करते हैं, और ठंड के इस मौसम में लंगर का भी विशेष आयोजन होता है।
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हरियाणा में मौसम ने करवट ले ली है और ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। दिन में हल्की गर्मी और सुबह-शाम ठंड का यह मिश्रित मौसम लोगों के लिए नए अनुभव लेकर आ रहा है। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश और ठंड की संभावना को देखते हुए लोगों को तैयार रहना चाहिए।
इस मौसम बदलाव का असर किसानों, आम लोगों और बच्चों पर विशेष रूप से पड़ेगा। इसलिए सभी को चाहिए कि वे बदलते मौसम के अनुरूप अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करें और ठंड से बचने के उपाय अपनाएं।