कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर कांग्रेस के नीतियों की नकल करने का आरोप लगाया। यह आरोप उस समय आया है जब विभिन्न राज्यों में चुनावी वादों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बहस चल रही है। शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी कई राज्यों में कांग्रेस की योजनाओं को अपनाने का प्रयास कर रही है।
बीजेपी पर कांग्रेस मॉडल अपनाने का आरोप
डीके शिवकुमार ने कहा, “वे (बीजेपी) हमारी नकल कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने कांग्रेस की नीतियों को अपना लिया है। हरियाणा में भी कांग्रेस जैसी योजनाओं की शुरुआत की गई है। इतना ही नहीं, महाराष्ट्र में भी फंड ट्रांसफर की योजनाएं कांग्रेस मॉडल को ध्यान में रखकर चलाई जा रही हैं।
शिवकुमार का दावा है कि बीजेपी कांग्रेस की योजनाओं से इतनी प्रभावित है कि उन्हें नकल करने में भी कोई झिझक नहीं हो रही। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को अपनी इस रणनीति पर शर्मिंदा होना चाहिए, लेकिन वे इसे स्वीकार नहीं कर रहे। “वे हमारी नकल कर रहे हैं और उन्हें इस पर शर्म आनी चाहिए, लेकिन फिर भी वे ऐसा कर रहे हैं,” शिवकुमार ने कहा।
कर्नाटक की वित्तीय स्थिति पर शिवकुमार का बयान
शिवकुमार ने कर्नाटक की आर्थिक स्थिति पर भी जोर दिया और कहा कि राज्य की वित्तीय स्थिति देश से भी बेहतर है। उन्होंने कहा, “कौन कहता है कि हम वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं? हमारी वित्तीय स्थिति देश से मजबूत है।” यह बयान उस समय आया है जब कर्नाटक सरकार की कुछ योजनाओं की वित्तीय व्यवहार्यता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
शिवकुमार ने कर्नाटक के वित्तीय मॉडल का बचाव करते हुए कहा कि राज्य की आर्थिक मजबूती योजनाओं को ठीक से लागू करने में मदद करती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य को अपनी योजनाओं को पूरा करने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है।
शक्ति योजना पर उठे सवाल
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कर्नाटक सरकार की शक्ति योजना पर पुनर्विचार करने के सुझाव पर सवाल उठाया। यह योजना महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रदान करती है। डीके शिवकुमार ने हाल ही में सुझाव दिया था कि इस योजना की समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि इसकी व्यवहार्यता का मूल्यांकन किया जा सके।
हालांकि, शिवकुमार के इस बयान को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बाद में खारिज कर दिया। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि शक्ति योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी का पलटवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस के चुनावी वादों पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस के वादों को “असली मुद्दों से दूर और अव्यवहारिक” बताया। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक के बाद एक कई पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कई बार ऐसे वादे किए हैं जो वे जानते थे कि कभी पूरे नहीं होंगे। “कांग्रेस पार्टी को अब यह एहसास हो रहा है कि अव्यवहारिक वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें पूरा करना बहुत कठिन या असंभव है। हर चुनाव में वे जनता से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे जानते हैं कि पूरा नहीं किया जा सकता। अब वे जनता के सामने बुरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं,” पीएम मोदी ने कहा।
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खड़गे का जवाब
मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री के आरोपों का जोरदार जवाब दिया। उन्होंने बीजेपी की 100-दिवसीय योजना को “सस्ता पीआर स्टंट” करार दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने सात उदाहरण गिनाए, जहां उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने वादे पूरे नहीं किए। खड़गे ने आगे कहा कि एनडीए सरकार झूठ, धोखाधड़ी, दिखावे, लूट और प्रचार की राजनीति में माहिर है।
खड़गे ने बीजेपी के वादों को खोखला बताते हुए कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि उनके पास कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने वादों को निभाने के लिए हमेशा ईमानदारी से प्रयास किया है, जबकि बीजेपी केवल बड़े-बड़े दावे करती है और बाद में उन्हें पूरा करने में असफल रहती है।
चुनावी वादों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला नया नहीं है। जहां एक तरफ कांग्रेस अपनी योजनाओं को जनता के हित में बताकर गर्व कर रही है, वहीं बीजेपी कांग्रेस के वादों को अव्यवहारिक और जनता को गुमराह करने वाला कह रही है। आने वाले चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में सफल होती है।